Tuesday, January 31, 2012

जीवन संगीत


सृष्टि के रंगमंच में 
परमात्मा के संगीत निर्देशन में
प्रस्तुत है कार्यक्रम
हमारा जीवन संगीत
रूपक 
कलाकार हैं 
हम और आप
आर्केस्ट्रा के अन्य सदस्य हैं
हमारे मित्र ,परिवार और समाज
सतत प्रवाहमान काल में
हमारे जीवन का सूक्ष्म खंड
इसकी ताल है
जिसकी सात मात्राएँ हैं
मैत्री,करूणा,हर्ष,प्रेम,
समर्पण सहयोग और अहोभाव,
बड़े परिश्रम और समर्पण से बन पाई है 
यह मधुर प्रस्तुति
कल हम रहें ना रहें
कला के अंकुर खिलते रहेंगे
और शो चलता रहेगा 
नए  नए कलाकारों के साथ
श्रोताओं ,
कहीं जाईयेगा नहीं!


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